Chhath Puja 2024 : बाढ़ की तबाही के बीच छठ पर्व की तैयारी: बिहार की स्थिति ! - Prime Time Media

Shopping cart

Chhath Puja 2024 : बाढ़ की तबाही के बीच छठ पर्व की तैयारी: बिहार की स्थिति !

  • Home
  • Uncategorized
  • Chhath Puja 2024 : बाढ़ की तबाही के बीच छठ पर्व की तैयारी: बिहार की स्थिति !

बिहार में हाल ही में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, जिससे कई क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। बाढ़ के पानी ने घाटों को दलदल बना दिया है, जिससे छठ पर्व की तैयारियों पर प्रश्नचिह्न लग गया है।

Written By : Amisha Gupta

बाढ़ के कारण कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में जल भराव हो गया है।

इससे न केवल लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि घाटों की स्थिति भी दयनीय हो गई है। दलदली स्थिति के कारण श्रद्धालुओं को पूजा करने में कठिनाई हो सकती है।इस कठिनाई के बीच, बिहार सरकार ने छठ पर्व के लिए कुछ विशेष कदम उठाए हैं !

सरकार ने घाटों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है कि वे जल भराव को कम करने के लिए त्वरित कार्रवाई करें।बाढ़ के कारण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने तैनाती बढ़ाई है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं।

लोगों को बाढ़ की स्थिति और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

स्थानीय समुदाय भी इस स्थिति में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। कई स्थानों पर लोग स्वयं घाटों की सफाई में जुट गए हैं और एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। इस सहयोग ने न केवल सामाजिक एकता को बढ़ाया है, बल्कि छठ पर्व की तैयारी में भी सहारा दिया है।हालांकि, बाढ़ के कारण अभी भी कई चुनौतियां मौजूद हैं

यदि बारिश जारी रहती है, तो जल स्तर और बढ़ सकता है, जिससे घाटों की स्थिति और बिगड़ सकती है।

बाढ़ के बाद मच्छरों की बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए जोखिम बन सकती हैं।बिहार में बाढ़ की तबाही के बीच छठ पर्व की तैयारी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन सरकार और स्थानीय समुदाय की सक्रियता से इस कठिनाई का सामना किया जा रहा है। सभी की उम्मीद है कि श्रद्धालु इस पर्व को श्रद्धा और सुरक्षा के साथ मना सकेंगे। यदि तैयारियों में सुधार होता है, तो छठ पर्व बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Post Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *