छठ पूजा बिहार और उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख त्योहार है, जिसमें श्रद्धालु सूर्य देवता और छठ माता की पूजा करते हैं। इस पर्व के दौरान विशेष रूप से सूप और दौरा (अनाज और फल रखने के लिए उपयोग होने वाले बर्तन) की मांग बढ़ जाती है।
Written By : Amisha Gupta
औरंगाबाद का एक मुस्लिम परिवार पिछले 40 वर्षों से इस परंपरा का पालन कर रहा है और इस दौरान लाखों की कमाई कर रहा है।
यह परिवार वर्षों से छठ पूजा के लिए सूप और दौरा बनाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने इस व्यवसाय को पारिवारिक परंपरा के रूप में अपनाया है। उनके द्वारा बनाए गए सूप और दौरे न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि आसपास के जिलों में भी लोकप्रिय हैं।
सूप और दौरा की कारीगरी: यह परिवार अपने हाथों से बुनाई करके सूप और दौरा तैयार करता है।
उनकी कारीगरी और गुणवत्ता के कारण उनके उत्पादों की मांग हमेशा बनी रहती है। सामग्री का चयन: उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों का उपयोग करके ये उत्पाद बनाए जाते हैं, जो उन्हें अन्य विक्रेताओं से अलग बनाता है।छठ पूजा के दौरान, यह परिवार चंद दिनों में लाखों की कमाई कर लेता है।
उनके उत्पादों की बिक्री में हर वर्ष वृद्धि हो रही है, जिससे न केवल परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान मिल रहा है।
इस परिवार का यह व्यवसाय न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ मिलकर इस पर्व को मनाने की परंपरा को जीवित रखते हैं, जिससे भाईचारे और एकता की भावना बढ़ती है।
छठ पूजा के अवसर पर औरंगाबाद के इस मुस्लिम परिवार की कहानी यह दर्शाती है कि धार्मिक विविधता के बीच कैसे लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और सहयोग करते हैं। उनकी मेहनत और लगन ने न केवल उनके परिवार को बल्कि समाज को भी एकता का संदेश दिया है। इस साल भी, उनकी तैयारियां उत्साह से भरी हुई हैं, और वे अपने उत्पादों के माध्यम से श्रद्धालुओं की सेवा करने के लिए तत्पर हैं।